भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार की FY2024-25 में 15.68% ग्रोथ! जानें टाटा मोटर्स की EV रणनीति, कर्व EV की खासियत और चार्जिंग इंफ्रा की प्रगति।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का उभरता बाजार: टाटा मोटर्स की रणनीति और प्रदर्शन
नमस्ते दोस्तों! क्या आपने कभी सोचा है कि हमारी सड़कें जल्द ही कितनी शांत और पर्यावरण के लिए अनुकूल हो जाएंगी? जी हां, भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की दुनिया में क्रांति आ रही है। FY2024-25 में EV बाजार ने नई ऊंचाइयां छुईं, जहां 20 लाख से ज्यादा यूनिट्स बिकीं। इस रेस में टाटा मोटर्स सबसे आगे है, जो न सिर्फ शानदार गाड़ियां बना रही है बल्कि पूरे EV इकोसिस्टम को मजबूत करने में जुटी है। आज हम बात करेंगे भारत में EV बाजार की ग्रोथ, टाटा मोटर्स की स्मार्ट रणनीति और उनकी नई गाड़ी कर्व EV की खासियतों के बारे में। चलिए, आसान और मजेदार तरीके से इसे समझते हैं!

टाटा मोटर्स की EV विजन: भविष्य को तैयार करने की दिशा
EV अपनाना अब सिर्फ ट्रेंड नहीं, बल्कि जरूरत बन गया है। टाटा मोटर्स भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का सबसे बड़ा खिलाड़ी है और उनका मिशन है “फ्यूचर-रेडी वाहनों को आम बनाना”। कंपनी ने EV डेवलपमेंट और इकोसिस्टम में भारी निवेश किया है ताकि गाड़ियां किफायती, यूजर-फ्रेंडली और सस्टेनेबल हों।
यहां टाटा मोटर्स की रणनीति के कुछ मुख्य बिंदु हैं:
- विविध प्रोडक्ट रेंज: टाटा के पास नेक्सन EV (भारत की नंबर 1 इलेक्ट्रिक SUV) और XPRES-T (फ्लीट सेगमेंट में टॉप) जैसी गाड़ियां हैं। हाल ही में लॉन्च हुई कर्व EV भारत की पहली SUV कूपे है, जो SUV की मजबूती और कूपे की स्टाइलिश डिजाइन को जोड़ती है।
- बैटरी और रेंज: कर्व EV दो बैटरी ऑप्शंस के साथ आती है:
- 45 kWh: 502 km सर्टिफाइड रेंज (रियल-वर्ल्ड: 330-350 km)
- 55 kWh: 585 km सर्टिफाइड रेंज (रियल-वर्ल्ड: 400-425 km) फास्ट चार्जिंग से 10-80% चार्ज सिर्फ 40 मिनट में हो जाता है, और 15 मिनट में 150 km की रेंज मिल सकती है।
- किफायती कीमत: टाटा ने EV को ICE (पेट्रोल/डीजल) गाड़ियों जितना ही किफायती बनाने की कोशिश की है। कर्व EV की शुरुआती कीमत है 17.49 लाख रुपये (45 kWh) और 19.25 लाख रुपये (55 kWh)।
- टेक्नोलॉजी और सेफ्टी: इसमें 31.24 cm का टचस्क्रीन, लेवल 2 ADAS (20 फीचर्स), 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड और 5-स्टार भारत NCAP रेटिंग शामिल है। साथ ही, 500 लीटर का बूट स्पेस और 11.6 लीटर का फ्रंक (फ्रंट ट्रंक)।
- चार्जिंग इंफ्रा: टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ मिलकर चार्जिंग नेटवर्क बढ़ा रही है। घर और ऑफिस के लिए पर्सनल चार्जर के साथ-साथ 9000+ पब्लिक चार्जर्स का नेटवर्क है। iRA.ev ऐप से लाइव चार्जर लोकेशन चेक कर सकते हैं।
- सस्टेनेबिलिटी: 2025 तक 10 नई बैटरी इलेक्ट्रिक गाड़ियां लॉन्च करने का लक्ष्य है।
ये रणनीति न सिर्फ रेंज एंग्जाइटी को कम करती है बल्कि EV को आम लोगों की पहुंच में ला रही है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार: तेज रफ्तार ग्रोथ

FY2024-25 में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 15.68% की YoY ग्रोथ के साथ 2,037,831 यूनिट्स तक पहुंची, जो कुल ऑटोमोबाइल सेल्स का 7.8% है। टू-व्हीलर सेगमेंट सबसे आगे रहा, लेकिन फोर-व्हीलर भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
यहां सेगमेंट-वाइज डेटा की एक टेबल है:
सेगमेंट | सेल्स (यूनिट्स) | मार्केट शेयर (%) | YoY ग्रोथ (%) |
---|---|---|---|
हाई-स्पीड e-2W | 1,209,772 | 59.4 | 19.1 |
e-रिक्शा | 474,503 | 23.3 | -3.2 |
e-3W पैसेंजर (L5M) | 135,260 | 6.6 | 89.7 |
e-4W | 115,800 | 5.7 | 15.0 |
e-कार्ट | 65,060 | 3.2 | 59.5 |
मुख्य बिंदु:
- टॉप परफॉर्मर: हाई-स्पीड e-2W सेगमेंट में 1.2 मिलियन यूनिट्स बिकीं, जो कुल EV सेल्स का 59.4% है।
- लीडिंग OEMs: e-2W में ओला इलेक्ट्रिक (29.7% शेयर), TVS (20.9%) और बजाज (19.7%) आगे हैं। e-4W में टाटा मोटर्स 53% शेयर के साथ नंबर वन है, हालांकि इसकी सेल्स में 12% की गिरावट आई।
- जियोग्राफिकल ट्रेंड्स: उत्तर प्रदेश (377,565 यूनिट्स) EV सेल्स में सबसे आगे है, खासकर e-रिक्शा की वजह से। महाराष्ट्र और कर्नाटक e-2W और e-4W में लीड करते हैं। EV पेनेट्रेशन में त्रिपुरा (15.87%) टॉप पर है।
- शहर: बेंगलुरु e-2W और e-4W सेल्स में नंबर वन है, जबकि दिल्ली e-बस में 40% से ज्यादा पेनेट्रेशन के साथ आगे है।
EV इकोसिस्टम में निवेश: भविष्य का इंजन
भारत का EV सेक्टर निवेशकों के लिए आकर्षक बन रहा है। FY2024-25 में कई कंपनियों ने भारी फंडिंग हासिल की, जो बैटरी, चार्जिंग और मैन्युफैक्चरिंग को और मजबूत करेगी। कुछ उदाहरण:
- Ather Energy: USD 150M (सीरीज C)
- Battery Smart: USD 65M (सीरीज C)
- Matter: INR 250 करोड़ (इक्विटी और डेब्ट)
- Euler Motors: USD 24M (सीरीज B)
- Omega Seiki Mobility: INR 100 करोड़ (सीरीज A)
ये निवेश EV को और सस्ता, सुलभ और टेक्नोलॉजिकली एडवांस बनाएंगे।
टाटा कर्व का मार्केट परफॉर्मेंस: साइलेंट लेकिन सॉलिड

टाटा कर्व (EV और ICE वेरिएंट्स) ने अपने पहले 12 महीनों में 44,246 यूनिट्स बेचीं, जो टाटा की कुल पैसेंजर व्हीकल सेल्स का 8.28% है। ये गाड़ी मिड-साइज SUV सेगमेंट में ह्युंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस जैसे कॉम्पिटीटर्स को टक्कर दे रही है। प्राइसिंग में फायदा: ICE वेरिएंट्स 9.99 लाख रुपये से शुरू, जबकि EV में प्राइस पैरिटी की कोशिश। यूजर्स ने कर्व EV की स्मूद ड्राइव, अच्छी रेंज, यूजर-फ्रेंडली टेक्नोलॉजी और लो मेंटेनेंस की तारीफ की है। हालांकि, कुछ यूजर्स को बूट स्पेस (500 लीटर) थोड़ा कम लगा, और कुछ ने पैनल गैप्स की शिकायत की, जो ज्यादा ध्यान देने योग्य नहीं हैं।
चलिए, हरे-भरे भविष्य की ओर बढ़ें!

दोस्तों, भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी से बढ़ती मांग ये दिखाती है कि हम सस्टेनेबल मोबिलिटी की ओर बढ़ रहे हैं। टाटा मोटर्स की इनोवेटिव गाड़ियां जैसे कर्व EV इस बदलाव को और रोमांचक बना रही हैं। लेकिन कुछ चुनौतियां, जैसे सर्विस और फिट-फिनिश को बेहतर करना, अभी बाकी हैं। क्या आप EV की दुनिया में कदम रखने के लिए तैयार हैं? या पहले ही EV ड्राइव कर चुके हैं? कमेंट्स में अपनी राय शेयर करें और अपने दोस्तों को ये आर्टिकल फॉरवर्ड करें। आइए, मिलकर एक क्लीन और ग्रीन भारत बनाएं!
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.