2025 में कार खरीदने से पहले जानें उन 15 फ्लॉप गाड़ियों के बारे में, जिनकी रीसेल वैल्यू, सेफ्टी और फीचर्स निराश करते हैं। सिट्रोएन C3, जीप कंपास, और टोयोटा रूमियन जैसी गाड़ियों से बचकर स्मार्ट निवेश करें। पूरी लिस्ट पढ़ें! (2025 में फ्लॉप गाड़ियां)
दोस्तों! अगर आप 2025 में नई गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं, तो रुकिए जरा! हर गाड़ी वैल्यू फॉर मनी नहीं होती, और कुछ गाड़ियां ऐसी हैं जो अपनी कीमत, फीचर्स, या रीसेल वैल्यू के मामले में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई हैं। आज हम बात करेंगे उन 15 गाड़ियों की, जिन्हें खरीदने से पहले आपको हजार बार सोचना चाहिए। ये लिस्ट उन मॉडल्स की है जो या तो ओवरप्राइस्ड हैं, फीचर्स में कमजोर हैं, या फिर मार्केट में अपनी जगह नहीं बना पाईं। तो चलिए, शुरू करते हैं!
इन गाड़ियों से क्यों बचें?

2025 में कार मार्केट में ढेरों ऑप्शन्स हैं, लेकिन कुछ गाड़ियां ऐसी हैं जो ना तो सेफ्टी में अच्छी हैं, ना ही रीसेल वैल्यू देती हैं, और ना ही फीचर्स के मामले में कुछ खास ऑफर करती हैं। खराब बिक्री, कमजोर सर्विस नेटवर्क, और पुराने डिज़ाइन इन गाड़ियों की सबसे बड़ी कमियां हैं। हमने इस लिस्ट को सावधानी से तैयार किया है, जिसमें कुछ पुराने मॉडल्स के साथ-साथ कुछ नए लॉन्च भी शामिल हैं, जो मार्केट में फ्लॉप रहे।
15. एमजी ग्लॉस्टर
- क्यों फ्लॉप?: कीमत 44-50 लाख रुपये (ऑन-रोड) तक जाती है, लेकिन इस प्राइस में यह गाड़ी वैल्यू फॉर मनी नहीं है। फीचर्स और बिल्ड क्वालिटी के मामले में टोयोटा फॉर्च्यूनर और महिंद्रा थार जैसे ऑप्शन्स इसे पीछे छोड़ देते हैं।
- रीसेल वैल्यू: लगभग न के बराबर। सेकंड-हैंड मार्केट में इसकी डिमांड बहुत कम है।
14. टोयोटा रूमियन
- क्यों फ्लॉप?: यह गाड़ी मारुति अर्टिगा का री-बैज्ड वर्जन है, लेकिन ज्यादा कीमत (11.88-15.6 लाख रुपये ऑन-रोड) में बिकती है। अर्टिगा की तुलना में कोई खास अपग्रेड नहीं, जिसके चलते लोग ओरिजिनल अर्टिगा को ही प्राथमिकता देते हैं।
- रीसेल वैल्यू: कम, क्योंकि इसकी डिमांड मारुति अर्टिगा से बहुत कम है।
13. हुंडई औरा
- क्यों फ्लॉप?: पुराना डिज़ाइन और बेसिक इंटीरियर इसे सेडान सेगमेंट में कमज़ोर बनाते हैं। सीएनजी ऑप्शन होने के बावजूद यह मारुति डिज़ायर से पीछे रह जाती है।
- कीमत: 7-11 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
12. एमजी हेक्टर
- क्यों फ्लॉप?: 2021 में लॉन्च होने के बाद भी यह गाड़ी ज्यादा भरोसेमंद ब्रांड्स जैसे हुंडई और टाटा से मुकाबला नहीं कर पाई। कीमत (14-22 लाख रुपये) के हिसाब से फीचर्स में कमी और ब्रांड वैल्यू की कमी इसे फ्लॉप बनाती है।
- रीसेल वैल्यू: बहुत कम।
11. जीप कंपास
- क्यों फ्लॉप?: 2017 में लॉन्च हुई यह गाड़ी अब पुरानी हो चुकी है। कोई बड़ा अपडेट नहीं और 20.7-35.7 लाख रुपये की कीमत इसे ओवरप्राइस्ड बनाती है। टाटा हैरियर और महिंद्रा XUV700 जैसे ऑप्शन्स इसे पीछे छोड़ देते हैं।
- रीसेल वैल्यू: लगभग शून्य।
10. मारुति इनविक्टो
- क्यों फ्लॉप?: यह टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस का री-बैज्ड वर्जन है, लेकिन इसकी बिक्री (केवल 300 यूनिट्स मासिक) हाइक्रॉस (10,000 यूनिट्स) के मुकाबले बहुत कम है। कीमत (27-32.9 लाख रुपये) जस्टिफाई नहीं होती।
- रीसेल वैल्यू: बहुत कम।
9. रेनॉल्ट ट्राइबर
- क्यों फ्लॉप?: सिर्फ पेट्रोल इंजन में उपलब्ध, कोई टर्बो या डीजल ऑप्शन नहीं। 8-10 किमी/लीटर का माइलेज और सनरूफ, रियर एसी वेंट्स जैसे फीचर्स की कमी इसे कमज़ोर बनाती है।
- कीमत: 14.3-17 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
8. सिट्रोएन C3
- क्यों फ्लॉप?: 2022 में लॉन्च हुई यह गाड़ी सिर्फ पेट्रोल इंजन में आती है। खराब बिल्ड क्वालिटी, जीरो स्टार क्रैश टेस्ट रेटिंग, और फीचर्स की कमी इसे टाटा पंच और निसान मैग्नाइट से पीछे छोड़ देती है।
- कीमत: 7-11.5 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
7. सिट्रोएन C3 एयरक्रॉस
- क्यों फ्लॉप?: 5 और 7-सीटर ऑप्शन्स के बावजूद, कमज़ोर सर्विस नेटवर्क और ब्रांड वैल्यू की कमी इसे मार्केट में असफल बनाती है। कीमत (11.3-13.5 लाख रुपये) भी ज्यादा लगती है।
- रीसेल वैल्यू: शून्य।
6. सिट्रोएन C5 एयरक्रॉस
- क्यों फ्लॉप?: यह गाड़ी पूरे साल में केवल 5-6 यूनिट्स बिकती है। पुराना डिज़ाइन, आउटडेटेड इंटीरियर, और कोई कीमत कटौती न होने से यह पूरी तरह फ्लॉप है।
- कीमत: 16-17.5 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
5. होंडा अमेज़
- क्यों फ्लॉप?: हालिया अपडेट के बावजूद, यह सेडान कोई नया उत्साह नहीं लाती। पुराने फीचर्स और डिज़ाइन इसे मारुति डिज़ायर और हुंडई औरा से कमज़ोर बनाते हैं।
- कीमत: 7-10 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
4. जीप मेरिडियन
- क्यों फ्लॉप?: जीप कंपास का 7-सीटर वर्जन, लेकिन ओवरप्राइस्ड (30-39 लाख रुपये) और सिर्फ डीजल इंजन में उपलब्ध। रिलायबिलिटी में भी कमी।
- रीसेल वैल्यू: बहुत कम।
3. मारुति XL6
- क्यों फ्लॉप?: कॉस्मेटिक बदलावों के साथ इसे लग्ज़री के तौर पर बेचा जाता है, लेकिन यह मारुति अर्टिगा से ज्यादा वैल्यू नहीं देती। कीमत (11.5-14.5 लाख रुपये) जस्टिफाई नहीं होती।
- रीसेल वैल्यू: औसत से कम।
2. रेनॉल्ट काइगर टर्बो
- क्यों फ्लॉप?: टर्बो इंजन के बावजूद, थ्रिल और फीचर्स की कमी इसे टाटा नेक्सन और हुंडई वेन्यू जैसे कॉम्पिटिटर्स से पीछे रखती है।
- कीमत: 9-12 लाख रुपये (ऑन-रोड)।
1. फॉक्सवैगन टाइगुन
- क्यों फ्लॉप?: सेफ्टी के मामले में अच्छी होने के बावजूद, 41 लाख रुपये तक की कीमत इसे ओवरप्राइस्ड बनाती है। बिक्री में भी यह टाटा नेक्सन और महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन से बहुत पीछे है।
- रीसेल वैल्यू: बहुत कम।
इन गाड़ियों को क्यों न खरीदें?
नीचे दी गई तालिका में हमने इन गाड़ियों की प्रमुख कमियों को संक्षेप में बताया है:
गाड़ी | प्रमुख कमियां | कीमत (लाख रुपये, ऑन-रोड) |
---|---|---|
एमजी ग्लॉस्टर | ओवरप्राइस्ड, कम रीसेल वैल्यू, कमज़ोर ब्रांड | 44-50 |
टोयोटा रूमियन | अर्टिगा का री-बैज्ड वर्जन, कोई खास अपग्रेड नहीं | 11.88-15.6 |
हुंडई औरा | पुराना डिज़ाइन, बेसिक इंटीरियर | 7-11 |
एमजी हेक्टर | फीचर्स में कमी, कमज़ोर ब्रांड वैल्यू | 14-22 |
जीप कंपास | पुराना मॉडल, कोई अपडेट नहीं, ओवरप्राइस्ड | 20.7-35.7 |
मारुति इनविक्टो | हाइक्रॉस का री-बैज्ड, कम बिक्री, ओवरप्राइस्ड | 27-32.9 |
रेनॉल्ट ट्राइबर | सिर्फ पेट्रोल, कम माइलेज, फीचर्स की कमी | 14.3-17 |
सिट्रोئن C3 | जीरो स्टार सेफ्टी, खराब बिल्ड क्वालिटी | 7-11.5 |
सिट्रोئن C3 एयरक्रॉस | कमज़ोर सर्विस नेटवर्क, जीरो रीसेल वैल्यू | 11.3-13.5 |
सिट्रोئن C5 एयरक्रॉस | बेहद कम बिक्री, आउटडेटेड डिज़ाइन | 16-17.5 |
होंडा अमेज़ | पुराने फीचर्स, कोई उत्साह नहीं | 7-10 |
जीप मेरिडियन | ओवरप्राइस्ड, सिर्फ डीजल, कम रिलायबिलिटी | 30-39 |
मारुति XL6 | कॉस्मेटिक बदलाव, अर्टिगा से बेहतर नहीं | 11.5-14.5 |
रेनॉल्ट काइगर टर्बो | फीचर्स और थ्रिल की कमी | 9-12 |
फॉक्सवैगन टाइगुन | ओवरप्राइस्ड, कम बिक्री | 11-41 |
क्या ध्यान रखें?
- सेफ्टी रेटिंग्स चेक करें: ग्लोबल NCAP रेटिंग्स देखें। सिट्रोئن C3 जैसी गाड़ियों को जीरो स्टार मिला है, जो सेफ्टी के लिहाज से खतरनाक है।
- रीसेल वैल्यू: टोयोटा, मारुति, और टाटा जैसे ब्रांड्स की रीसेल वैल्यू बेहतर होती है। सिट्रोئن और जीप जैसे ब्रांड्स इस मामले में पीछे हैं।
- सर्विस नेटवर्क: सिट्रोئن और एमजी जैसे ब्रांड्स का सर्विस नेटवर्क सीमित है, जिससे मेंटेनेंस में दिक्कत हो सकती है।
- कीमत बनाम फीचर्स: हमेशा कीमत के हिसाब से फीचर्स की तुलना करें। ओवरप्राइस्ड गाड़ियां जैसे जीप मेरिडियन और फॉक्सवैगन टाइगुन से बचें।
निष्कर्ष: स्मार्ट बनें, सही चुनें!
2025 में कार खरीदना एक बड़ा निवेश है, और पैसे की बर्बादी से बचना हर समझदार खरीदार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इस लिस्ट में शामिल गाड़ियां या तो अपनी कीमत जस्टिफाई नहीं करतीं, या फिर सेफ्टी, रीसेल वैल्यू, और सर्विस नेटवर्क में कमज़ोर हैं। मारुति, टाटा, और हुंडई जैसे ब्रांड्स के वैल्यू फॉर मनी मॉडल्स पर विचार करें, जो लंबे समय तक आपके साथ चलें।
आपके लिए कौन सी गाड़ी सही रहेगी? कमेंट में बताएं, और अगर आपने इनमें से कोई गाड़ी खरीदने की सोच रखी थी, तो क्या अब आपका मन बदल गया? अपनी राय ज़रूर शेयर करें!
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